Mansi savita

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लेखनी प्रतियोगिता -18-Jun-2023

विषय पिता
शीर्षक मेरे पिता
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बेटी पिता की मान सम्मान  और अभिमान होती है
उसी तरह में भी हूं



नन्ही सी राजकुमारी बन जिस वक्त धरती पे आई 
उस वक्त मेरे परिवार मे हसीं सी छाई 
मेरे हर नन्हीं कदमों मे चलते संभाला 
पिता ही है जो नन्हे खिलौने से लेकर हर जिद पे संवारा है
खुद की जरूरत पूरी न करके 
हम बच्चो को पाला है 
खुद संघर्ष करके परिवार के एकमात्र सहारे है
बेटियो के लिए पापा वैसे भी सुपरहीरो होते ,, जोड़ जोड़ के रूपये सारे  बच्चों के भविष्य का सोचते है 
जे मां बाप ही है जो खुद से ज्यादा बच्चो के विषय मे 
सोचते है
वक्त के साथ जब बेटी बड़ी हो जाती है
खुद पापा की परी होती
बस दूसरे के लिए बोझ बन जाती है
जो बरसो से जोड़े रूपये होते 
वो एक दिन सारे रूपये 
दहेज बन ,,बेटियो पे वार  देते है
एक पिता ही तो है जो हर जिद मान लेते है ,,बेटी तुम मेरा नाम हो 
दूसरे के घर में पहचान हो
यह हर पिता की सोच है
पिता बेटी का रिश्ता ही कुछ और है।।
मानसी सविता
Instra id mansisavi
              2
पार्ट 2

शीर्षक पिता का साया 



एक पिता में क्या लिख दू
जिसने मुझे स्कूल भेज 
लिखना पढ़ना सिखाया
मैं प्रयास है पसंद आएगा।

पिता एक वृक्ष की तरह जो
परिवार की छांव बने है
होती चाहे लाख मुसीबत
चुप के सब सहते है
परिवार के आगे  धीरे धीरे
 बस  यू ही मुस्काते है
उनसे पूछो पूरे परिवार का 
बोझ बड़ी शिद्दत से उठाते है
कभी कहा नही न किया बयां
फिक्र सबकी उन्हें भी रहती है
हम लोग के ख्वाब पूरे करने ने
न जाने कितने अरमान उनके टूट जाते है
कभी कहां नही बचपन से आज तरक हर जिद्द में संवारा है
एक पिता ने बड़े प्यार से 
पूरे परिवार को संभाला है
खुदा से दुआ बस एक मेरी
जुदा न हूं मां बाप से कभी
साया उनका सदा बनाए रखना
मुझसे कभी हो न ही गलती
झुके न सिर कभी ,वजह न हो मेरी
आंखे नम है शब्द भी कम है
एक पिता में क्या लिख दू
जो भी उनसे हम है।।
मानसी सविता
कानपुर

               3
      पिता मानो वो पूंजी है 
उनके विचारों से सफलता की कुंजी है
मां ने जन्म दिया मुझे पाला था
 पर पिता ने हर कदमों में संभाला था
आज भी तमाम किस्से है जिंदगी के उसमे 
सबसे आगे पिता है मेरे जीवन के हिस्से में
खुशियों का सैलाब ले आते है पिता 
कभी बिन कहे हर बात जान जाते है पिता
   खुदा से बस दुआ है मेरी 
आंगन छोड़ जाना होता बेटी को ससुराल 
दूर होकर भी पिता से दूर न हो पाए
  रिश्ते में कभी दरार न आए।।
मानसी सविता

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7 Comments

Alka jain

21-Jun-2023 08:13 AM

Nice

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Gunjan Kamal

20-Jun-2023 08:27 AM

👏👌

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Zakirhusain Abbas Chougule

19-Jun-2023 10:58 PM

Nice

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